जैन धर्म के संस्थापक कौन थे/

  • जैन शब्द संस्कृत के ” जिन ” शब्द से बना है, जिसका अर्थ विजेता होता है/
  • जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव या आदिनाथ को जाता है, जो जैन धर्म के पहले तीर्थंकर थे और भारत के चक्रवर्ती सम्राट भरत के पिता थे / जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे जो काशी के इक्ष्वाक वंशीय राजा अश्वसेन के पुञ थे /इन्होंने 30 वर्ष की अवस्था में संन्यास-जीवन को स्वीकारा इनके व्दारा दी गयी शिक्षा थी- (1)हिंसा न करना, (2) सदा सत्य बोलना, (3) चोरी न करना तथा (4) सम्पत्ति न रखना/
  • जैन धर्म में 24 तीर्थंकर हुए, जिसमे सें अतिंम तीर्थंकर भगवान महावीर थे/ जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर यानी पथ-‐ प्रदर्शक का विवरण मिलता है ,जिसमें दो तीर्थंकर ऐतिहासिकता प्राप्त है जो है। 23वाॅ तीर्थंकर ‐ पार्श्वनाथ और। 24 वां तीर्थंकर– महावीर स्वामी है
  • जैन धर्म में प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव और 22 वें तीर्थंकर अरिष्टनेमि का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है/

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